अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, क्या आप भी Laylatul Qadr Ki Dua यानि शबे क़द्र की दुआ के तलाश में है। जो रमज़ान के तीसरे अशरे की ताक़ रातों मे पढ़ी जाती है।
अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आए है Laylatul Qadr Ki Dua यह दुआ रमज़ान के तीसरे अशरे की ताक़ रातों मे पढ़ी जाती है।
दोस्तों इस दुआ के पढ़ने का बहुत बड़ा मर्तबा है और इस दुआ के पढ़ने से अल्लाह पाक हमारे तमाम गुनाहों को बख्श देते है अगर सच्चे दिल से तौबा की जाए।
Laylatul Qadr Ki Dua In Hindi
अल्लाहुम्मा इन्नाका अफुवुन [करीमुन] तुहिब्बुल `अफवा फा`फू` अन्नी
Laylatul Qadr Ki Dua In English
allahumma in-naka afuw-wun kareemun tuhibbul afwa fa-afu anni
Laylatul Qadr Ki Dua Ka Tarjuma
हे अल्लाह, सचमुच तू क्षमा करने वाला है, [उदार,] तू क्षमा को पसंद करता है, इसलिए मुझे क्षमा कर दे
आज आपने क्या सीखा?
दोस्तों आज आपने Laylatul Qadr Ki Dua के बारे मे जाना, इस दुआ को कब पढ़ना चाहिए इसकए बारे मे भी आज आपने जाना।
दोस्तों आप इस दुआ को Laylatul Qadr की रात मे जितना चाहे पढ़ सकते है आपको उतना ही ज्यादा सवाब मिलेगा जितना आप पढ़ेंगे।