अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज की पोस्ट में Inteqal ki Dua बताने जा रहा हूँ। मतलब जब किसी भी शख्स का इन्तेकाल (Death) हो जाए और उसकी खबर आपको किसी भी माध्यम से मिले तो तुरंत इन्तेकाल की दुआ या मरने की दुआ पढ़ना।
कब्र पर मिटटी देने की दुआ सीखने से पहले यह सीखना जरुरी की किसी भी मुस्लमान भाई की मौत यानि इन्तेकाल की खबर सुने तो क्या पढ़ा जाता है। और यह दुआ पढ़ना बहुत जरुरी होता है।
इसीलिए सभी मुसलमानों से गुजारिश है की मौत की दुआ को याद करने की कोशिश करे, जिसके लिए हमने यहाँ पर खुबसूरत टेक्स्ट और इमेज के माध्यम से बताने की कोशिश किया हूँ।
Inteqal ki Dua
इन्तेकाल की दुआ उस वक़्त पढ़ा जाता है, जब आपको बताया जाए की फलां शख्स की मौत हो गयी या इन्तेकाल की गयी तो उसी वक़्त निचे दिया हुआ दुआ को पढ़े।
Inteqal ki Dua In Hindi
इन्तेक़ाल की दुआ तर्जुमा के साथ
Inteqal ki Dua in Roman English
नाज़रीन Qabristan Mein Dakhil Hone ki Dua के साथ जनाज़ा की दुआ भी जरुर याद कर लेना चाहिए। यह हमेशा काम आने वाली अज्कार है।
आज क्या सीखा
दोस्तों आज की पोस्ट सबसे महतवपूर्ण बाते यानि Inteqal ki Dua को सीखा जो सभी मुसलमानों के लिए बहुत जरुरी है। यह Maut ki Dua कब पढ़ा जाता है? तो इसका आसान जवाब यह है की आपको जब खबर मिले उसी वक़्त अपने जुबान से चंद अल्फाज़ पढ़ ले जो ऊपर बताया गया है।
हमारी यही कोशिश होती है की इस पोस्ट के माध्यम से सभी मुस्लमान या नॉन मुस्लमान भाई और बहनों को इस्लाम के बारे में सही जानकारी प्रदान करना।
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माशाअल्लाह
सुक्रिया मेरे भी।